मंगलवार, 31 अगस्त 2010

मधुर, स्‍पष्‍ट लहजे वाली आवाज कैसे बनावें ?

अगर आप चाहते हैं एक एंकर के रूप में आपकी आवाज, मधुर, स्‍पष्‍ट लहजे वाली और सामने वाले पर प्रभाव जमाने वाली हो तो आपको इन चंद नुक़्सों को आजमाना होगा ।
  • अपना गला तर रखें: कहने का अभि‍प्राय है कि‍ आपका गला कभी सूखा नह रहे। पर्याप्त पानी पीने के अलावा आप नारि‍यल पानी जैसे पेय पदार्थों का भी सेवन करते रहें। आपकी आवाज आपके गले के ट्रीटमेंन्‍ट पर भी काफी निर्भर करती है। ज़बान पर मौजूद चि‍कनापन बना रहे, इसके लि‍ए शरीर को पर्याप्त नम रखने की जरूरत है। इसलि‍ये गला तर रखना न भूलें।
  • चटपटा खाने से बचे : बहुत ज्‍यादा मसालेदार, चटपटा तथा चरबीयुक्‍त भोजन आपके गले को नुकसान पहुंचा सकता है। पेट में होने वाली गड़बड़िया से भी परेशानी मुंह तक आ सकती है। इससे कई बार गला बार बार चौक होता है और आवाज पर असर पड़ता है। ऐसा न होने दें।
  • ज़बान से कसरत कराएं: आप अपनी जबान को बेहतर उच्‍चारण के लि‍ये बहुत बेहतर आवाज़ों की नकल कर के काफी सुधार ला सकते हैं। जि‍न शब्‍दों के उच्‍चारण में आप कभी अटकते हों उनके सही उच्‍चारण का अकेले में बार बार अभ्‍यास करेंगे तो आपको खुद ही सुधार साफ नजर आएगा। इसके लिए आप अगर टेप रिकार्डर की मदद लें तो काम काफी आसान हो जायेगा। खुद को सुनकर सुधारना आसान है। वैसे रोजाना की गई तमाम बातचीत वोकल कॉड्स को एक तरह की कसरत करवाती रहती है। लम्‍बे समय तक जवान बनाये रखती है।
  • नहाएं तो गुनगुनाएं: बाथरूम सिंगर आप न भी हों तो भी स्‍नानघर में शावर के नीचे नहाते  हुए गाना गाने से आपके गले से जुडी़ माँसपेशियाँ सामर्थ्‍यवान बनी रहती है।
  • चीखना मना है: इससे वोकल कॉड्स खुलने बंद होने में परेशानी होगी। अगर ऐसा बार बार हुआ तो कंठ की मांस पेशि‍यां जल्‍दी थकेंगी और आराम की स्‍थि‍ति‍ में नहीं रहेंगी।
  • थके और ढीले तरीके से खड़े और बैठने से भी आवाज पर बुरा असर पड़ता है। इसके कारण बोलने का ट्रैक सही नहीं रह पाता ।
  • ध्रुम्रपान के कारण गले की कुदरती नमी सूख जाती है और वोकल कॉड्स का काम करना बंद हो सकता है। वहीं नि‍कोटि‍न जैसे पदार्थ गैस्‍ट्रि‍क रि‍फलेक्‍स पैदा करते हे और धूम्रपान से पैदा होने वाली गरमी वोकल कॉड्स पर धब्‍बे बना देती है, जो नुकसान दायक है।
  • व्‍यायाम से फेफड़ों की कार्य क्षमता बढ़ती है। पेट मजबूत बनाने वाले व्‍याया करें। गहरी सांस ले तो आवाज बेहतर बनेगी 
  • किशोर पारीक"किशोर" 

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