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गुलाबी नगर के मंच संचालकों,उदघोषकों का मंच
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रविवार, 14 अप्रैल 2013
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नशा करना बुरी बात है। :: जंगल में एक चीता बीड़ी पी रहा था। तभी एक चूहा वहां पर आया और बोला, " भाई, नशा करना छोड़ दो, आओ मेरे साथ और दे...
रविवार, 6 फ़रवरी 2011
शेरो – शायरी
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सखियों से मेरी बातें किया करते हैं, जिंदगी से हमारी हमेशा खेला करते हैं। जमीन पर मेरा नाम लिखते और मिटाते हैं, उनका गुजरता वक्त है, हम मि...
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क्या बात है
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क्या बात है सारी दुनिया का अँधेरा मिलकर भी एक दीपक से उसकी रौशनी नहीं छीन सकता. इसलिए ……. चमकते रहो ! महिलाएं हमेशा पुरुषों के भूलने...
शनिवार, 15 जनवरी 2011
शायरी की डायरी
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शायरी की डायरी १ - तुम्हारे कदमों में मेरी ज़न्नत है ये कहकर मेरा सीना गर्व से तना था जब ध्यान से देखा तो उसका पाँव गोबर ...
रविवार, 9 जनवरी 2011
उर्दू शायरी में तखल्लुस और कविता में उपनाम की परंपरा
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शनिवार, १७ अप्रैल २०१० उर्दू शायरी में तखल्लुस और कविता में उपनाम की परंपरा किसी भी कवि सम्मेलन को देखो अथवा मुशायरे को। वहां इस ...
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शनिवार, 8 जनवरी 2011
केवल नक़्शे में कश्मीर हमारा है.
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जिस केसर की क्यारी को हम कहते अपना ताज हैं. वहां हिंद को गाली देना फैशन और रिवाज़ है. पंजाब,सिंध,गुजरात,मराठा वाला गान नहीं होता. वहां प...
आज सुबह जब पूनम वाला चाँद हुआ आवारा
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आज सुबह जब पूनम वाला चाँद हुआ आवारा. लगा डूबने उसमे खोकर नटखट एक सितारा. उजियारे ने पूछा मुझसे मन की बात बतायो. बरबस ही मेरे अधरों पर आया...
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