शनिवार, 11 सितंबर 2010

इवेंट मैनेजमेंट

इवेंट मैनेजमेंट

आज ऐसे संस्थानों और सोसाइटियों की कमी नहीं, जो आये दिन कोई न कोई इवेंट आयोजित न कर रही हों, इसलिए एक्सपर्ट के रूप में इवेंट मैनेजरों की जबरदस्त मांग लगातार बनी रहती है और यहां कमाने के भरपूर मौके भी होते है

किसी भी तरह की प्रदर्शनी, सेमिनार, प्रोडक्ट का अनावरण और प्रेस कांफ्रेंस के लिए जरूरी होता है- इवेंट मैनेजमेंट का कोर्स करना। आए दिन हम इस तरह का बड़े-बड़े कार्यक्रमों की खबरें समाचारपत्रों में पढ़ते रहते है। ऐसे भव्य आयोजनों की व्यवस्था इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों द्वारा की जाती है। इस तरह के आयोजनों को सफल बनाने वालों को इवेंट मैनेजर कहा जाता है। इवेंट मैनेजमेंट एडवरटाइजिंग और माकटिंग का ही एक रूप है। इस प्रोफेशन में जितना ग्लैमर है, उतना ही यह क्षेत्र चुनौतियों से भरा हुआ है। यह पूरी तरह से क्रिएटिव फील्ड है, जिसमें आपकी डिसिजन मेकिंग स्किल्स पर ही सबकुछ डिपेंड है। यदि इस फील्ड में कोई क्रिएटिविटी है, जो जीत उसी की होगी। यूं तो हर फील्ड में भरपूर मेहनत की जरूरत होती है, पर इवेंट मैनेजमेंट में क्रिएटिविटी पर बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, इसमें एक साथ कई

बिंदुओं पर फोकस करना पड़ता है। किसी कांसेप्ट का सही विजुअलाइजेशन, प्लानिंग और कार्य रूप देना इस फील्ड में बहुत मायने रखता है। इस समय हमारे देश में 300 से भी अधिक इवेंट मैनेजमेंट कंपनियां कार्यरत है। पहले इवेंट मैनेजमेंट की मांग सिर्फ कॉरपोरेट क्षेत्र में आयोजनों तक ही सीमित थी। अब तो बर्थ डे पार्टी से लेकर बड़े-बड़े फंक्शन में इसकी सहायता ली जा रही है। इवेंट मैनेजमेंट के अंतर्गत फैशन शो, म्यूजिकल शो, कॉपारेट सेमिनार, एक्जिबिशन, थीम वेडिंग सेरेमनी आदि आयोजित होते है। इवेंट मैनेजमेंट आपको स्वतंत्र रूप से कार्य करने का मौका देते है। इससे पता चलता है कि आज में व्यस्त माहौल में हर प्रतिष्ठान और हर संस्थान अपने आयोजन को बेहतर बनाने और जरूरत पड़े तो तुरत-फुरत आयोजन करने-कराने की मानसिकता रखते है, इससे इन इवेंट मैनेजमेंट का जिम्मा लेने वालों को अब उसी नजरिया से सारा काम करना होता है। वे नपे-तुले र्ढे पर काम करते हुए प्रायोजकों की सारी जरूरतें समझते हुए आयोजन को कामयाबी से निपटाना चाहते है। उन्हें आशंका रहती है कि एक भी आयोजन नाकाम होने पर उस कंपनी के भविष्य के सारे के सारे कारोबार कमजोर हो जाएंगे। और समूचा बजट चौपट हो जाएगा। इसलिए इवंेट मैनेजर किसी भी आयोजन को करने से पहले संस्थान या कर्ताधर्ताओं से पूरी जानकारी हासिल करने के बाद ही काम शुरू कराते है। उन्हें बखूबी पता होता है कि जो संस्थान, पार्टी या कोई कंपनी अमुक इवेंट आयोजित करा रही है, वह पानी की तरह पैसे बहा रही है। ऐसे में वह कतई नहीं चाहेगी कि कोई ऐसी-वैसी बात होने पाये। वे तो शुरू में ही आयोजन-संबंधी ब्लूप्रिंट दिखा देती है और सबकुछ लिखित देती है जिससे चूक की संभावना न के बराबर रहे।

योग्यता :

इवेंट मैनेजमेंट के लिए किसी विशेष योग्यता की जरूरत नहीं होती। इसमें सिर्फ अच्छी मैनेजिंग पावर और गुड नेटवर्किग ही इस फील्ड में कामयाबी का मूलमंत्र है।

कोर्स :

इवेंट मैनेजमेंट में कई तरह के कोर्स उपलब्ध है, जो आपकी काबिलियत और आपकी क्रिएटिविटी को निखारते है। कोर्स इस प्रकार है :

डिप्लोमा कोर्स के लिए :

एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इवेंट मैनेजमेंट, नई दिल्ली

आरबीईएफ (ऋतनंद बलदेव एजुकेशन फाउंडेशन, एकेसी हाउस, ई-27 डिफेंस कॉलोनी, नई दिल्ली

आईसीईएम-इंटरनेशनल सेंटर फॉर इवेंट माकटिंग एंड मैनेजमेंट 6/14, द्वितीय तल, सर्वप्रिय विहार, नई दिल्ली

आईटीएफटी- इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म एंड फ्यूचर मैनेजमेंट टैड्स, चंडीगढ़, एससीओ 1- 2-3 लेवल, सेक्टर-17 चंडीगढ़

कोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा कोर्स, नेशनल अकेडमी फॉर मीडिया स्टडीज, अहमदाबाद

कॉलेज ऑफ इवेंट एंड मैनेजमेंट (सीओईएम), पुणो

इंपायर इंस्टीट्यूट ऑफ लर्निग (ईआईएल), मुंबई, 414, सेनापति बागपत रोड, लर्वर पाल, मुंबई

इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म एंड फ्यूचर मैनेजमेंट टैड्स, चंडीगढ़

अनिता घोष

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