टीचर ने बच्चों की कॉपी पर नोट लिखकर भेजा - कृपया बच्चों को नहला कर भेजा करें। बच्चों की माँ ने नोट जवाब में लिखा - कृपया बच्चों को पढ़ाया करें, सूंघा न करें।
नया कर्मचारी, ‘तुम इस दफ्तर में कब से काम कर रहे हो?’ पुराना कर्मचारी, ‘जब से बॉस ने मुङो निकालने की धमकी दी है।’
टीचर, ‘तुमने पाठ याद किया ?’ स्टूडेंट, ‘मैडम मैं कल पढ़ने बैठा तो लाइट चली गई। बाद में मैं इस डर से पढ़ने नहीं बैठा कि लाइट फिर न चली जाए।’
वकील, ‘तलाक करवाने के पांच हजार रुपए लगेंगे।’ मुवक्किल, ‘कैसी बात कर रहे हैं वकील साहब, पंडित जी ने शादी तो 51 रुपए में करवा दी थी!’ वकील, ‘सस्ते काम का नतीजा देख लिया न?’
पति, ‘कल तुम्हारे मायके जाने के बाद चोर घर में घुस आए थे और उन्होंने मुझे खूब मारा।’ पत्नी, ‘तो तुमने शोर क्यों नहीं मचाया ?’ पति, ‘मैं कोई डरपोक हूं जो शोर मचाऊंगा!’
एक आदमी मंडी में सब्जी लेने गया। सब्जीवाला सब्जियों पर पानी छिड़क रहा था। काफी देर तक वो पानी ही छिड़कता रहा। जब वह रुका तो खरीदारी करने आया आदमी बोला, ‘अगर इन्हें होश आ गया हो तो एक किलो आलू दे दो।’
एक आदमी ने अपना मोबाइल फोन समंदर में फेंक दिया और बोला, ‘आ..आ.. ऊपर आ।’ दूसरा, ‘फोन अपने आप कैसे ऊपर आएगा?’ पहला, ‘डॉल्फिन जो है।’
लड़का, ‘चल शादी कर के भाग जाते हैं या भाग कर शादी कर लेते हैं?’ लड़की, ‘फटे हुए चप्पल से मार खाएगा या चप्पल फटने तक मार खाएगा?’
बुधवार, 1 सितंबर 2010 को मुंबई में फिल्म डबल धमाल के मुहरत पर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रणावत और अभिनेता संजय दत्त।
पति, ‘तुम्हारी गर्दन पर यह कितनी अजीब सी चीज है जिसे देखकर डर लगता है।’
पत्नी, ‘वो क्या ?’
पति, ‘तुम्हारा मुंह।’
अध्यापक, ‘बताओ बेटा, दुनिया में सबसे ज्यादा बारिश कहां गिरती है ?’
विद्यार्थी, ‘जमीन पर।’
दो
मच्छर आपस में बातें कर रहे थे। पहला, ‘क्या जमाना आ गया है - चूहेदानी
में चूहा, साबुनदानी में साबुन और मच्छरदानी में हमारी जगह आदमी सोया हुआ
है।’
पिता, ‘अच्छा बताओ, रावी और चनाब नदियां कहां पर हैं ?’
बच्चा (घबराकर), ‘आप मम्मी से पूछो, वही चीजें इधर-उधर रख देती हैं।’
बेटा, ‘अगर आपको पता चले कि मैं फर्स्ट डिविजन में पास हो गया हूं तो आपको कैसा लगेगा ?’
पिता, ‘मैं खुशी से पागल हो जाऊंगा।’
बेटा, ‘बस, तो इसी डर से मैं फेल हो गया हूं।’
पहला दोस्त,‘पत्नी से लड़ाई खत्म हो गई?’
दूसरा, ‘और क्या.. वो खुद घुटने टेक कर मेरे पास आई।’
पहला (हैरानी से), ‘अच्छा! उसने घुटने टेक कर क्या कहा ?’
दूसरा, ‘यही कि पलंग के नीचे से निकल आओ, मैं कुछ नहीं कहूंगी।’
पति (पत्नी से), ‘तुम ऐसी रोटी बना सकती हो जैसा मेरी माँ पकाती हैं।’
पत्नी, ‘क्यों नहीं, बस तुम वैसा आटा गूंथ दो जैसा तुम्हारे पिताजी गूंथा करते थे।’
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