सूत्रधार
गुलाबी नगर के मंच संचालकों,उदघोषकों का मंच
शनिवार, 8 जनवरी 2011
आज सुबह जब पूनम वाला चाँद हुआ आवारा
आज सुबह जब पूनम वाला चाँद हुआ आवारा.
लगा डूबने उसमे खोकर नटखट एक सितारा.
उजियारे ने पूछा मुझसे मन की बात बतायो.
बरबस ही मेरे अधरों पर आया नाम तुम्हारा.
...........मदन मोहन समर.
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