शनिवार, 8 जनवरी 2011

केवल नक़्शे में कश्मीर हमारा है.


जिस केसर की क्यारी को हम कहते अपना ताज हैं.
वहां हिंद को गाली देना फैशन और रिवाज़ है.
पंजाब,सिंध,गुजरात,मराठा वाला गान नहीं होता.
वहां पुस्तकों के प्रष्टों पर हिन्दुस्तान नहीं होता.
भारत का क़ानून वहां पर अर्थहीन बेचारा है.
...सच तो यह है केवल नक़्शे में कश्मीर हमारा है.
.......मदन मोहन समर.

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